आनंदा महाविद्यालय, हजारीबाग / Ananda College Hazaribagh By हिंदी की दुनिया इंडिया / Hindi ki Duniya India
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आनंदा महाविद्यालय, हजारीबाग / Ananda College Hazaribagh
-: एक परिचय :-
आनंदा महाविद्यालय उत्तरी छोटानागपुर के पिछड़े एवं जनजातीय क्षेत्र में एकमात्र भाषाई अल्पसंख्यक महाविद्यालय है जिसने उच्च शिक्षा के विकास एवं विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। आनंदा उच्च विद्यालय के शताब्दी समारोह पर प्रबंधन समिति द्वारा यह संकल्प लिया गया कि एक महाविद्यालय का निर्माण इसी परिसर में किया जाए। इसी परिपेक्ष में जुलाई 1979 को इस महाविद्यालय का बीजारोपण हुआ जो शिक्षा जगत में आज विशाल वटवृक्ष की तरह प्रतिष्ठित हो चुका है तथा जिसकी सुयोग्य छत्रछाया में विद्यार्जन कर हजारों विद्यार्थी अपने जीवन का निर्माण कर रहे हैं।
महाविद्यालय का प्रशासनिक संचालक एक प्रबंधन समिति द्वारा किया जाता है। इस प्रबंधन समिति में हजारीबाग जिले के बंगाली समुदाय के प्रतिष्ठित सदस्य हैं।
महाविद्यालय ने विकास मार्ग पर अपनी जीवन यात्रा सत्र 1979-80 मैं मात्र 40 छात्रों से प्रारंभ की गई थी। जनवरी 1989 को इसे भाषाई अल्पसंख्यक इकाई का दर्जा प्राप्त हुआ। इसके अनुशासन, शैक्षणिक वातावरण एवं संरचना से प्रभावित होकर उसी वर्ष राज्य सरकार ने इसे स्नातक प्रतिष्ठा स्तर तक कला, विज्ञान तथा वाणिज्य तीनों संकायों मैं स्थाई संबंधन प्रदान किया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के ACT 1956 के अंतर्गत यह महाविद्यालय Sec.2(f) एवं 12-B मैं पंजीकृत है।
16 तथा 17 दिसंबर 2004 को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने अपने दो दिवसीय दौरे मैं इस महाविद्यालय का निरीक्षण किया तथा इसके शैक्षणिक वातावरण, शिक्षकणेत्तर गतिविधियां तथा संरचना आदि के आधार पर प्रत्यायित है। इस प्रकार यह महाविद्यालय झारखंड राज्य का प्रथम संबंध्द महाविद्यालय तथा बिनोवा भावे विश्वविद्यालय का पहला महाविद्यालय है जिसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने प्रमाणित किया है। 6 फरवरी 2011 से 8 फरवरी 2011 तक अपने तीन दिवसीय कार्यक्रम में (NAAC) के त्रि-सदस्यीय टीम ने महाविद्यालय के पुर्नप्रत्यायन के लिए निरीक्षण किया तथा विभिन्न पहलुओं पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस प्रकार आनंदा महाविद्यालय झारखंड राज्य का पहला महाविद्यालय जिसका एन ए ए सी ने पूर्नप्रत्यापन किया है।
अपने निजी संसाधनों के आधार पर अपनी संरचना एवं शैक्षणिक वातावरण के विकास में महाविद्यालय परिवार निरंतर प्रगतिशील रहा है, जिसमें छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा है। इसी आलोक में महाविद्यालय प्रबंधन ने शैक्षणिक सत्र 2008-09 से अध्यापन हेतु व्यापक स्तर पर Audio-visual Aids का उपयोग कर रहा है। इस हेतु कक्षाओं में over head projector एवं LCD projector की व्यवस्था की गई है। हम आशा करते हैं कि हमें आपका सहयोग मिलता रहेगा और हम प्रगति पथ पर निरंतर अग्रसर रहेंगे।
महाविद्यालय में सत्र 2008-09 से Computer Applications एवं Biotechnology प्रतिष्ठा जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रारंभ किया है तथा सत्र 2009-10 से Bachelor In Business Administration पाठ्यक्रम साथ ही महाविद्यालय प्रबंधन सत्र 2009-10 से Functional English Information Technology एवं Computer Applications विषयों में Add On Course के अंतर्गत Certificate Diploma, Advanced Diploma Course प्रारंभ है।
-: लक्ष्य एवं उद्देश्य :-
अन्नदा महाविद्यालय विद्यार्जन कर रहे छात्र-छात्राओं में एक महत्वपूर्ण विवेकशील संवेदनशील तथा दृढ़ व्यक्तित्व के विकास को अपना लक्ष्य मानता है। अपने सभी छात्र छात्राओं के बहुमुखी विकास के लिए, धर्म, भाषा तथा लिंग के आधार पर बिना किसी भेदभाव के समान रूप से एक ठोस शैक्षणिक पृष्ठभूमि प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह अपने छात्र-छात्राओं में एक ऐसे व्यक्तित्व के विकास के प्रति प्रयासरत है जो उनमें मानवता तथा जीवन के वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रति गहरी आस्था जगाए तथा उन्हें अपने समाज, संस्कृति, राष्ट्र तथा पर्यावरण के प्रति उत्तरदाई बनाए।
-: प्रवेश की शर्ते :-
महाविद्यालय में स्नातक कला / विज्ञान / वाणिज्य मैं निम्नलिखित शर्तों पर प्रवेश दिया जाता है।
1. प्रवेश के लिए इच्छुक छात्र-छात्राएं विवरणिका सहित आवेदन प्रपत्र ₹100 नकद जमा कर महाविद्यालय कार्यालय से प्राप्त कर सकते है। डाक द्वारा आवेदन पत्र ₹140 के बैंक ड्राफ्ट या बैंकर्स चेक के साथ 4×10 का स्वपता लिखित लिफाफा प्रधानाचार्य, अन्नदा महाविद्यालय को प्रेषित कर प्राप्त कर सकते हैं।
2. आवेदन पत्र साफ-साफ अक्षरों में भरे तथा निर्दिष्ट स्थान पर स्थानीय एवं स्थाई पता सही-सही तथा स्पष्ट लिखें। आवेदन पत्र के साथ निम्नलिखित प्रपत्र आवश्यक संलग्न करें।
(क) पूर्व परीक्षा के अंक पत्र की छाया प्रति।
(ख) विद्यालय/महाविद्यालय परित्याग प्रमाण पत्र की छाया प्रति।
(ग) पूर्व संस्था के प्रधानाध्यापक द्वारा निर्गत चरित्र प्रमाण पत्र की छाया प्रति।
(घ)अनुसूचित जाति/जनजाति तथा पिछड़ी जाति के छात्र-छात्राओं के लिए जाति एवं आय प्रमाण पत्र की छाया प्रति।
(ङ) पिछड़ी जाति अनुसूचि के लिए जाति एवं आय प्रमाण पत्र की छाया प्रति।
3. पूर्ण रूप से भरे गए आवेदन पत्र अंतिम तिथि से पूर्व कार्यालय में आवश्यक रूप से जमा करें।
4. बिनोवा भावे विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित नियमों एवं योग्यता के आधार पर ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
5. प्रवेश के संबंध में प्रधानाचार्य का निर्णय अंतिम होगा तथा वे किसी भी स्पष्टीकरण के लिए बाध्य नहीं होंगे।
6. शिक्षाणेतर गतिविधियों (खेल-कूद आदि) को प्रवेश के लिए अतिरिक्त योग्यता के रूप में मान्यता प्रदान की जाएगी।
7. महाविद्यालय में छात्रावास (Hostel)किस विधा नहीं है अतः बाहरी छात्र छात्राओं के अभिभावक नामांकन के पूर्व आवास की व्यवस्था कर ले।
8. महाविद्यालय द्वारा साइकिल स्टैंड की व्यवस्था की गई है।
9. स्थानीय छात्रों को नामांकन में प्राथमिकता दी जाएगी।
10. कला तथा विज्ञान में प्रतिष्ठा के लिए उसी विषय का चयन करें, जिसमें इंटरमीडिएट स्तर पर 45% अंक प्राप्त हो।
11. इंटरमीडिएट विज्ञान से उत्तीर्ण छात्र कला अथवा वाणिज्य प्रतिष्ठा में नामांकन लेना चाहते हैं तो कुल अंक कम से कम 50% होना चाहिए। इंटरमीडिएट विज्ञान एवं वाणिज्य के छात्र-छात्राएं भूगोल विषय का चयन नहीं कर सकते हैं।
12. वाणिज्य प्रतिष्ठा में नामांकन के लिए इंटरमीडिएट में वाणिज्य विषयों का कुल अंक कम से कम 135 होना चाहिए। Accounts प्रतिष्ठा के लिए accountancy मैं 45 % अंक होना अनिवार्य है।
-: परिचय पत्र :-
नामांकन के बाद प्रत्येक छात्र को संबंधित काउंटर से परिचय पत्र निर्गत किया जाएगा, जिसे छात्र-छात्राओं को प्रतिदिन कक्षाओं के साथ लाना अनिवार्य है। परिचय पत्र खो जाने पर ₹25 आर्थिक दंड जमा कर ( Duplicate) परिचय पत्र प्राप्त किया जा सकता है।
-: सूचीकरण / प्रव्रजन (Migration) :-
विश्वविद्यालय परीक्षा के लिए छात्र/छात्राओं का सूचीकरण होना नितांत अनिवार्य है। सूचीकरण के अभाव में परीक्षा प्रपत्र भरने की अनुमति नहीं दी जाएगी। अत: छात्र-छात्राओं को निर्देश दिया जाता है कि नामांकन के समय ही वे सूचीकरण प्रपत्र आवश्यक रूप से भर दें तथा सूचीकरण प्रपत्र के साथ हाल के दो पासपोर्ट साइज फोटो अवश्य जमा करें। CBSE/ISCE/National open school अथवा किसी अन्य राज्य के +2 परीक्षा उत्तीर्ण हुए हो तो सूचीकरण प्रपत्र के साथ मूल (Migration) प्रमाण-पत्र अवश्य जमा करें। सूचीकरण प्रपत्र के साथ Migration प्रमाण पत्र के अभाव में सूचीकरण नहीं होगा।
-: सेमेस्टर परीक्षा :-
बिनोवा भावे विश्वविद्यालय के वर्तमान पाठ्यक्रम के अनुसार स्नातक Part-1,Part-2, तथा Part-3 के लिए स्वतंत्र परीक्षा की व्यवस्था की गई है तथा Part-1 मैं उतरने छात्र को Part-2 में तथा Part-2 के उत्तीर्ण छात्र को ही Part-3 मैं प्रोन्नति दी जाती है। अतः विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा में छात्र-छात्राओं की सफलता सुनिश्चित करने तथा समय के बेहतर नियोजन के लिए महाविद्यालय में सेमेस्टर पद्धति लागू की गई है। इसके अंतर्गत प्रथम वर्ष, द्वितीय वर्ष, तथा तृतीय वर्ष प्रतिष्ठा के लिए परीक्षा ली जाती है। एवं मूल्यांकन उत्तरपुस्तिका छात्र-छात्राओं को दी जाती है।
-: उपस्थिति :-
सेमेस्टर पद्धति की सफलता के लिए नियमित कक्षाएं एवं कक्षाओं में आपकी उपस्थिति अनिवार्य है। हाल के वर्षों में विश्वविद्यालय ने भी कक्षाओं में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पर विशेष बल दिया है तथा लगातार अनुपस्थित रहने वाले छात्रों को परीक्षा से वंचित रखने का भी प्रावधान किया है। अतः एक ओर जहां महाविद्यालय प्रबंधन आपकी नियमित कक्षाओं की व्यवस्था के लिए वचनबद्ध है, वही कक्षाओं में आपकी नियमित उपस्थिति आवश्यक है। 75% उपस्थिति नहीं होने पर आपको परीक्षा में सम्मिलित होने से वंचित कर दिया जाएगा।
-: पुस्तकालय :-
महाविद्यालय द्वारा छात्र-छात्राओं के बेहतर शैक्षणिक विकास के लिए निजी संसाधनों तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सहयोग से एक समृद्ध पुस्तकालय की व्यवस्था की गई है। इस पुस्तकालय में विभिन्न विषयों, साहित्य, पाठ्यक्रमों एवं संस्कृति से जुड़ी लगभग 32000 पुस्तकें हैं। छात्र-छात्राओं के अध्ययन के लिए पुस्तकालय के सामने अध्ययन कक्ष का निर्माण किया गया है। जहां छात्र पुस्तकालय से पुस्तक प्राप्त कर परिचय कर सकते हैं। पुस्तकालय से पुस्तक प्राप्त करने के लिए परिचय पत्र अवश्य साथ रखें। छात्र छात्राओं को 15 दिनों के लिए एक बार में एक पुस्तक देने की व्यवस्था की गई है।
-: प्रयोगशाला :-
विज्ञान एवं कला के प्रायोगिक विषयों के लिए अध्ययन में प्रायोगिक कक्षाओं का महत्वपूर्ण स्थान है। यहां छात्र-छात्राओं को अपने पाठ्यक्रम से संबंधित विषयों का वास्तविक ज्ञान होता है। प्रायोगिक कक्षाओं के इस महत्व को देखते हुए महाविद्यालय में प्रायोगिक विषयों भौतिकी, रसायन शास्त्र, वनस्पति विज्ञान, जीव विज्ञान तथा भूगोल के लिए पृथक एवं उन्नत प्रयोगशालाओं की व्यवस्था की गई है। यह प्रयोगशालाएं शैक्षणिक भवन के दूसरे तल्ले पर अवस्थित है। जहां इंटरमीडिएट एवं स्नातक प्रतिष्ठा स्तर के प्रायोगिक पाठ्यक्रमों के अनुरूप आधुनिक तकनीक पर आधारित उपकरणों रसायनों एवं सामग्रियों की व्यवस्था की गई है। महाविद्यालय में वर्ग तालिका के अनुरूप नियमित प्रयोगिक कक्षाएं आयोजित की जाती है, जिससे छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य होती है।
-: कंप्यूटर साइंस (Computer Science) :-
आज विज्ञान, तकनीक, सूचना एवं प्रौद्योगिकी के युग में कंप्यूटर के सम्यक जान के बिना समय के साथ कदम से कदम मिलाकर चलना असंभव है। वस्तुतः कंप्यूटर ज्ञान के बिना आज की शिक्षा अधूरी है। झारखंड आधिविद्य परिषद् ने कंप्यूटर ज्ञान के इस महत्व को समझते हुए अपने पाठ्यक्रम में कंप्यूटर विज्ञान को एक स्वतंत्र विषय के रूप में स्थापित किया है। महाविद्यालय मैं कंप्यूटर, कंप्यूटर विज्ञान तथा इंफॉर्मेशन प्रैक्टिस(Information Practice) के अध्ययन की समुचित व्यवस्था की गई है। शैक्षणिक भवन के दूसरे तल्ले में कंप्यूटर प्रयोगशाला स्थित है। जहां अध्ययन के लिए अनेक आधुनिक कंप्यूटर की व्यवस्था की गई है। सभी Computer Internet से जुड़े हुए हैं। विज्ञान तथा वाणिज्य के छात्र-छात्राओं को सलाह दी जाती है कि वह अपने पाठ्य विषय(Optional Subject) मैं कंप्यूटर विज्ञान का आवश्यक चयन करें ताकि इंटरमीडिएट स्तर पर ही उन्हें कंप्यूटर का सम्यक् ज्ञान हो सके जो जीवन के लिए अपरिहार्य है।
Computer science के लिए ₹100 तथा information practice के लिए ₹50 प्रतिमाह अध्ययन शुल्क निर्धारित किया गया है। I.P. का अध्ययन विज्ञान/वाणिज्य के छात्र-छात्रा अतिरिक्त विषय के रूप में कर सकते हैं।
-: खेल-कूद (Sports) :-
खेलकूद के क्षेत्र में महाविद्यालय प्रारंभ से ही अग्रणी रहा है। इसने खेलकूद जगत को महत्वपूर्ण प्रतिभाएं दी है। शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद को भी समान महत्व प्रदान करने के कारण ही महाविद्यालय Indoor तथा outdoor
खेलों में अव्वल रहा है।
-: फुटबॉल :-
फुटबॉल में महाविद्यालय ने अपनी विजय यात्रा 1992-93 में सेमीफाइनल से प्रारंभ की। 1995-96, 1996-97 तथा 1998-99 मैं लगातार उपविजेता रहा तथा 1999-2000 एवं 2000-2001 मैं अंतर महाविद्यालय फुटबॉल में विजेता रहा। हाल के वर्षों में महाविद्यालय का प्रदर्शन सराहनीय है। 2003-2004, 2000-2005 में अंतर महाविद्यालय में उपविजेता रहा है। 2010-2011 में अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता में महाविद्यालय चैंपियन(Champion) रहा है।
-: बैडमिंटन :-
बैडमिंटन में भी महाविद्यालय का प्रदर्शन सराहनीय है। वर्ष 1993-94 मैं महाविद्यालय बैडमिंटन में विजेता रहा। 2000-2001 में अंतर महाविद्यालय बैडमिंटन में उप-विजेता रहा।
-: क्रिकेट तथा बास्केटबॉल :-
क्रिकेट तथा बास्केटबॉल अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिताओं में महाविद्यालय अनेक बार उप-विजेता रहा है। क्रिकेट के क्षेत्र में महाविद्यालय का इतिहास गौरवपूर्ण रहा है। इसके अनेक खिलाड़ी राज्य स्तर पर प्रतिनिधित्व किए हैं। महाविद्यालय क्रिकेट में छात्राओं की टीम का प्रदर्शन तो और भी उल्लेखनीय रहा है। विगत वर्षों में यह अंतर महाविद्यालय क्रिकेट प्रतियोगिता में लगातार विजयी रहे हैं। इसके अनेक खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर भी चयनित हुए हैं। महाविद्यालय की एक छात्रा कुमारी शुभलक्ष्मी का चयन राष्ट्रीय टीम में हुआ है।
-: हॉकी :-
हॉकी झारखंड का प्रिय खेल है। महाविद्यालय का प्रदर्शन हॉकी के क्षेत्र में अव्वल रहा है। बिनोवा भावे इंटर कॉलेज टूर्नामेंट 2000 से 2007 में महाविद्यालय चैंपियन (champion) रहा है।
-: एक झलक एथलेटिक्स (Athletics) :-
एथलेटिक्स में तो महाविद्यालय के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं तथा वर्ष 1999-2000 एवं 2000-2001 में स्वर्ण पदक तथा रजत पदक दोनों हासिल किए हैं। हाल के वर्षों में यहां के प्रतिभागी विभिन्न खेल-कूदों में उल्लेखनीय प्रदर्शन किए हैं। 2006-07 में विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता चैंपियन (Champion) रहा है। Cross country (महिला वर्ग) मैं कॉलेज Rennrt up रहा है। 2008-09 में आयोजित अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता में महाविद्यालय में पुन: चैंपियन (Champion) होने का गौरव प्राप्त किया है।
-: एन० सी० सी० (N. C. C.) :-
छात्र जीवन अनुशासन की महत्ता को ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय में एन.सी.सी. पर विशेष बल दिया है। महाविद्यालय के आरंभिक वर्षों से ही यहां एन.सी.सी. की व्यवस्था की गई है। वर्तमान समय में 22 झारखंड बटालियन की एक Company आनंदा महाविद्यालय में है, जिसमें 160 cadets परीक्षण ले रहे हैं। पिछले वर्षों में यहां के cadets ने खेल-कूद, परेड आदि में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। समाज सेवा तथा रक्तदान में भी इनके कार्य सराहनीय रहे हैं। इस महाविद्यालय के Cadets Republic Day Parade (New Delhi) में नियमित रूप से झारखंड का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। थल सैनिक कैंप (नई दिल्ली) में महाविद्यालय के कई छात्र सम्मिलित हुए तथा उल्लेखनीय सफलता हासिल की है। महाविद्यालय का एक छात्र आकाश कुमार रविदास, समाजशास्त्र प्रतिष्ठा प्रथम वर्ष ने तो सिर्फ महाविद्यालय का बल्कि देश का नाम रोशन किया है। उसने थल सैनिक कैंप 2005 के Advance Shooting मैं द्वितीय स्थान प्राप्त किया। G.V. Mavlankar(National) Shooting में तृतीय स्थान प्राप्त किया। National Open Shooting Competition (Gold 🏅 Medal) प्राप्त कर पूरे देश में महाविद्यालय का सम्मान स्थापित किया। 14 मई से 20 मई तक जर्मनी तथा 13 जून से 17 जून तक चेकोस्लोवाकिया में होने वाले International Junior Shooting Competition मैं इसने भारत का प्रतिनिधित्व किया हाल ही में संपन्न National Shooting Competition में अकाश कुमार रविदास ने नए राष्ट्रीय कीर्तिमान स्थापित किए हैं।
गत शिक्षण सत्र 2008-2009 मैं अन्नदा महाविद्यालय के एन.सी.सी. कैडेट सीनियर अंडर ऑफिसर शुभाशीष बनर्जी ने Inter Group Banner Competition तथा Bihar & Jharkhand Directorate NCC, 5 में Best Cadet वर्ग में प्रथम स्थान (Gold 🏅 Medal) प्राप्त किए। इसके अतिरिक्त गणतंत्र दिवस परेड 2009, नई दिल्ली में पूरे भारतवर्ष में इन्होंने तृतीय स्थान (Bronze Medal) प्राप्त किया। 2011 के Republic Day Parade, New Delhi में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए Under Officer सुशांत कुमार तथा थल सैनिक कैंप 2010 में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए Senior Under Officer प्रताप कुमार को महाविद्यालय ने पांच-पांच हजार रुपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया।
-: राष्ट्रीय सेवा योजना / एन० एस० एस० (N.S.S.) :-
विद्यार्थियों को सामाजिक कार्यों से जोड़कर उनके व्यक्तित्व का बहुआयामी विकास राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य है। सत्र 2000-2005 में महाविद्यालय एन०एस०एस० (N.S.S.) की एक इकाई कार्यरत है। इकाई ने शहर से 12 किलोमीटर दूर बड़कागांव मार्ग पर स्थित ग्राम-खपरियावां (नृसिंह स्थान मंदिर के लिए प्रसिद्ध) को अंगीकृत किया है। एन० एस०एस० (N.S.S.) के कार्यकर्ताओं के द्वारा महाविद्यालय परिसर एवं अंगीकृत गांव में समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों तथा सरकारी कार्यक्रमों जैसे पल्स पोलियो, फलेरिया उन्मूलन आदि मैं कार्यकर्ता भाग लेते रहे हैं। तीन वर्षों से भी कम अवधि में अन्नदान महाविद्यालय की एन० एस० एस० (N.S.S.) इकाई ने कई उल्लेखनीय सफलताएं अर्जित की है, जिसमें प्रमुख है, रायपुर और छपरा में आयोजित पिछले दो पी०आर०डी०(P.R.D.) कैम्पों में वी० भा० वी० हजारीबाग की टीम में यहां के कार्यकर्ताओं का शामिल होना, मुरादाबाद में आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर में झारखंड की टीम में इस महाविद्यालय के तीन कार्यकर्ताओं का चयन। विश्वविद्यालय स्तर पर गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में महाविद्यालय के कार्यकर्ताओं ने लगातार पुरस्कार प्राप्त किए हैं। एन० एस० एस० (N.S.S.) के दो कार्यकर्ताओं निधिष कुमार मिश्रा एवं विकल प्रसाद गुप्ता ने ग्वालियर में आयोजित Pre-republic Day Camp में भाग लिया।
महाविद्यालय की एन०एस०एस० (N.S.S.) इकाई में हर वर्ष उतने ही विद्यार्थियों को लिया जाता है, जितने कार्यकर्ता स्नातक खंड तीन के परीक्षा उत्तीर्ण हो चुके होते हैं। चयन में संगीत, नित्य, नाटक, वाद-विवाद आदि विधाओं में रुचि रखने वालों को प्राथमिकता दी जाती है।
-: सांस्कृतिक गतिविधियां :-
शैक्षणिक गतिविधियों के अतिरिक्त छात्र-छात्राओं के चतुर्दिक विकास के लिए समय-समय पर Seminar Debate, Essay, Competetion आदि आयोजित किए जाते हैं। साहित्य के क्षेत्र में भी विचार गोष्ठियां आयोजित की जाती है। जिसमें प्रतिष्ठित शिक्षाविदों/आलोचकों को आमंत्रित किया जाता है। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित युवा महोत्सवों ने महाविद्यालय के छात्र अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। बिनोवा भावे विश्वविद्यालय के 11 वें युवा महोत्सव 2005 में महाविद्यालय के प्रतिभागियों को प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा। विभिन्न प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्राओं में अनेक पुरस्कार जीतकर महाविद्यालय का नाम रोशन किया। P. K. Roy College धनबाद में आयोजित 12 वें युवामहोत्सव में महाविद्यालय Skit, Solo तथा Mimicry में अनेक पदक प्राप्त किए। S.S.L.N.T. महिला महाविद्यालय धनबाद में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। बिनोवा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग में आयोजित 14 वीं युवा महोत्सव में महाविद्यालय थिएटर (Event)में चैंपियन हुआ तथा अनेक पदक प्राप्त कर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। महाविद्यालय के छात्र श्री गौतम कुमार, संदीप कुमार उपाध्याय, अनिल कुमार हरि, राहुल पंडित, सौरभ एवं सुश्री पूनम कुमारी ने वर्ष 2010-11 विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग को Represent करते हुए East Zone Inter University Youth Festival कमेंट में द्वितीय स्थान प्राप्त किया एवं National Inter University Youth Festival में विनोबा भावे विश्वविद्यालय को Represent किया। गत वर्ष 2009-10 में भी इन छात्रों ने इवेंट में National Inter University Youth Festival में चतुर्थ स्थान पाया एवं महाविद्यालय का नाम ऊंचा किया।
-: Common Room :-
छात्र-छात्राओं की सुविधा के लिए छात्रों एवं छात्राओं के लिए पृथक Common Room का निर्माण किया गया है, जिसमें छात्र छात्राओं के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।
-: छात्रवृत्ति :-
स्नातक भाग -1 की वार्षिक परीक्षा में 70% से अधिक अंक पाने वाले छात्र छात्राओं का पूर्ण शिक्षण शुल्क एवं 65% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले को 6 माह शिक्षण शुल्क माफ किया जाएगा।
-: अनुशासन :-
अनुशासन व्यक्ति, समाज तथा राष्ट्र को महान बनाता है। कठोर अनुशासन के वातावरण में ही छात्र-छात्राएं अपने जीवन में सफल हो सकते हैं। अतः महाविद्यालय अनुशासन को विशेष महत्व प्रदान करती है तथा अपने सभी छात्र-छात्राओं से अपेक्षा रखती है कि महाविद्यालय में अनुशासन का कठोरता से पालन करें।
-: आइ०क्यू०ए०सी० { Internal Quality Assurance Cell (IQAC) } :-
महाविद्यालय में U.G.C. के निर्देशानुसार संस्था के संपूर्ण संचालन प्रक्रिया में सुधार लाने तथा शिक्षा से जुड़े विभिन्न पक्षकार यथा छात्र, अभिभावक, शिक्षक, कर्मचारी, वित्त प्रदान करने वाले संस्थान, समाज आदी के प्रति संस्था के उत्तरदायित्व एवं ईमानदारी सुनिश्चित करने हेतु IQAC का गठन 2008 में किया गया। सेल के द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में निरंतर प्रयास किया जा रहा है। महाविद्यालय के गुणवत्ता पहलू का प्रचार-प्रसार करने, वाद-विवाद वर्कशॉप, सेमिनार, करियर काउंसलिंग, कैंपस आदि आयोजित करने की दिशा मैं यह सेल अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वाह कर रहा है।
-: करियर काउंसलिंग प्लेसमेंट / Career Counselling Placement :-
महाविद्यालय में कैरियर संबंधी जानकारी तथा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से का गठन किया गया है। यह सेल लगातार देश के चुनिंदा संस्थानों को आमंत्रित करा रहा है। इसके अतिरिक्त यह सेल विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं को कैंपस के लिए भी आमंत्रित करता है।
उपलब्धियां :- छात्र-छात्राओं में शिक्षा एवं शिक्षणेतर गतिविधियों द्वारा व्यक्ति का निर्माण महाविद्यालय का प्रमुख लक्ष्य रहा है और इस दिशा में महाविद्यालय ने अनेक उपलब्धियां भी प्राप्त की है। 2012 में महाविद्यालय की छात्रा कुमारी शुभलक्ष्मी का चयन राष्ट्रीय महिला क्रिकेट में हुआ है। 2012 में ही गणित प्रतिष्ठा के पूर्व छात्र रवि रंजन का चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के लिए हुआ है विगत वर्षों में भी अनेक छात्र-छात्राएं महत्वपूर्ण उपलब्धियां प्राप्त की है।
-: अपील :-
ध्यातव्य है कि आनंदा महाविद्यालय एक स्ववित्तपोषित अल्पसंख्यक महाविद्यालय है। जिसे कर्मचारियों के कल्याण तथा महाविद्यालय के शैक्षणिक विकास के मद से सरकार द्वारा कोई सहायता अनुदान प्रदान नहीं की जाती है। समस्त वित्तीय भार महाविद्यालय को छात्र-छात्राओं द्वारा प्राप्त शुल्क से ही वहन करना पड़ता है। अब महाविद्यालय के अधिकांश शिक्षक एवं शिक्षिकेतर अवकाश प्राप्ति के करीब आ रहे हैं। पंच वेतनमान लागू करने के लिए विविध शुल्क, कल्याण कोष आदि में बढ़ोतरी करना महाविद्यालय की विवशता है। विगत वर्षों से शिक्षण शुल्क आदि में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। हमें पूर्ण विश्वास है कि परिस्थिति के मध्य नजर आपका सहयोग हमें पूर्ववत मिलता रहेगा।
-: स्नातक पाठ्यक्रम :-
बिनोवा भावे विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रमों के आधार पर महाविद्यालय में स्नातक कला/विज्ञान तथा वाणिज्य तीनों संकायों में प्रतिष्ठा एवं सामान्य स्तर तक अध्ययन की व्यवस्था है।
-: वाणिज्य संकाय :-
महाविद्यालय में वाणिज्य संकाय में प्रतिष्ठा के लिए Group A, B, C, D, & E के अध्ययन की व्यवस्था की गई है। प्रथम वर्ष तथा द्वितीय वर्ष में सभी Group के लिए प्रतिष्ठा, अनुषांगिक तथा सामान्य के विषय सामान है। तृतीय वर्ष प्रतिष्ठा तथा सामान्य में Group के अनुसार भिन्न-भिन्न पत्रों का अध्ययन करना है।
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